हर तरह की परेशानियों और बीमारियों से बचने के लिए होती है देवी कालरात्रि की पूजा
नवरात्रि में सातवें दिन देवी कालरात्रि की पूजा की जाती है। ये देवी दुर्गा के क्रोध से प्रकट हुआ स्वरूप है। इसलिए रोग, महामारी और हर तरह की परेशानियों से छुटकारा पाने के लिए देवी के इस स्वरूप की पूजा की जाती है। देवी कालरात्रि की पूजा 31 मार्च, सोमवार यानी आज की जाएगी। देवी कालरात्रि का स्वरूप डराव…
शनिवार और एकादशी का योग, विष्णुजी के साथ करें शनिदेव की पूजा, बोलें ऊँ शं शनैश्चचराय नम:
शनिवार, 4 अप्रैल को चैत्र मास के शुक्ल पक्ष की एकादशी है। इसे कामदा एकादशी कहा जाता है। इस दिन भगवान विष्णु की कृपा पाने के व्रत किया जाता है। उज्जैन के ज्योतिषाचार्य पं. मनीष शर्मा के अनुसार शनिवार और एकादशी के योग में शनि की भी पूजा करनी चाहिए। कोरोनावायरस की वजह से एकादशी पर घर में पूजा-पाठ कर…
8 अप्रैल को हनुमान प्राकट्योत्सव, इस दिन भगवान को नारियल चढ़ाकर तीन परिक्रमा करें
बुधवार, 8 अप्रैल को हनुमान प्राकट्योत्सव मनाया जाएगा। त्रेता युग में चैत्र मास की पूर्णिमा पर श्रीराम के परम भक्त हनुमानजी का जन्म हुआ था। हनुमानजी श्रीराम के परम भक्त हैं। उज्जैन के ज्योतिषाचार्य पं. मनीष शर्मा के अनुसार हनुमानजी का जन्म मंगलवार को हुआ था, इसी वजह से मंगलवार को हनुमानजी के मंदिरों…
गुरुवार को अपनी सामाजिक प्रतिष्ठा प्रभावित होने से बचाएं, अभी यात्रा टाल दें
गुरुवार, 26 मार्च का मूलांक 8, भाग्यांक 6, दिन अंक 3, मासांक 3 और चलित अंक 9 है। न्यूमेरोलॉजिस्ट डॉ. कुमार गणेश के अनुसार गुरुवार को अंक 8 की अंक 6 के साथ मित्र युति बनी है। अंक 6 की अंक 9 के साथ विरोधी युति है। अंक 8 की अंक 9 के साथ मित्र युति है और अंक 9 की अंक 3 के साथ प्रबल मित्र युति बन रही है…
अच्छी बातें सुनन से नहीं बदलता है जीवन, लक्ष्य तक पहुंचने के लिए चलना जरूरी है
गौतम बुद्ध रोज अपने शिष्यों को उपदेश देते थे। बुद्ध की ज्ञान की बातें सुनने काफी लोग आते थे। एक व्यक्ति गौतम बुद्ध का प्रवचन सुनने रोज नियम से आता था और उनकी सारी बातें सुनता था। बुद्ध अपने प्रवचनों में क्रोध, अहंकार, लोभ, शत्रुता छोड़ने की बात कहते थे। बुद्ध के प्रवचनों का सार यही था कि इन बुरी बा…
कभी-कभी ज्यादा मेहनत करनी पड़ती है, ऐसी स्थिति में निराश नहीं होना चाहिए
कुछ लोगों को कड़ी मेहनत के बाद भी सफलता नहीं मिल पाती है, ऐसी स्थिति में निराश होने से बचना चाहिए। इस संबंध में एक लोक कथा प्रचलित है। कथा के अनुसार एक व्यक्ति बहुत मेहनत करता था, लेकिन उसे सफलता नहीं मिल पा रही थी। असफलता और धन की कमी की वजह से उसकी परेशानियां बढ़ती जा रही थीं। ऐसे में वह दुखी हो …